सूचना के हर पहलू व दूरदर्शिता को देख सके ऐसी प्रज्ञा वान हो युवा पीढ़ी

सूचना के हर पहलू व दूरदर्शिता को देख सके ऐसी प्रज्ञा वान हो युवा पीढ़ी

विश्व संवाद केंद्र द्वारा नागरिक पत्रकारिता, सोशल मीडिया और फैक्ट चेक पर कार्यशाला आयोजित

उदयपुर, 16 फरवरी। विश्व संवाद केंद्र उदयपुर की ओर से रविवार प्रात: को कार्यालय परिसर पर अध्यक्ष कमल प्रकाश रोहिल्ला के सानिध्य में नागरिक पत्रकारिता, सोशल मीडिया और फैक्ट चेक विषयक कार्यशालाएं आयोजित की गई।

विश्व संवाद केंद्र समिति के सचिव प्रवीण कोटिया ने बताया कि कार्यशाला के प्रथम सामूहिक सत्र में विश्व संवाद केंद्र द्वारा किये जाने वाले कार्य यथा अध्ययन एवं शोध कार्य, विभिन्न विषयों की कार्यशालाओं, पत्रकार परिचर्चा एवं सम्मान समारोह और सकारात्मक सूचनाओं के प्रचार-प्रसार संबंधित कार्य की जानकारी दी गई। इस दौरान उदयपुर नगर के विभिन्न सामाजिक एवं स्वयंसेवी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने अपने द्वारा किये जाये रहे कार्यों की भी संक्षिप्त जानकारी साझा की गई।

मुख्य सत्र में तीन अलग-अलग श्रेणी अनुसार कार्यशालाएं सम्पन्न हुई।
नागरिक पत्रकारिता का प्रशिक्षण देते हुए चेतन शाकद्बिपीय ने प्रेस विज्ञप्ति, संपादक के नाम पत्र और समीक्षा पत्र लेखन की बारीकियों को बताते हुए अभ्यास करवाया।
सोशल मीडिया की कार्यशाला में विकास छाजेड ने सोशल मीडिया पर किसी भी तरह के भेद को प्रोत्साहित करने वाले कंटेंट को शेयर नहीं करने और तथ्य परक व सकारात्मक जानकारी प्रकाशित करने की जानकारी उदाहरण सहित दी।
फैक्ट चेक की कार्यशाला में भानूप्रिया ने प्रतिभागियों के साथ विश्वसनीय स्त्रोत और संदर्भ के साथ तथ्यों को जांचने की विधियों को साझा किया। जिससे की टेक्स्ट, फोटो, वीडियों व ट्विट आदि को सत्यापित किया जा सकता है!

समापन सत्र में प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ चित्तौड़ प्रांत के सह प्रचार प्रमुख सुनील ने कहा कि सामग्री निर्माण का उद्देश्य समाज में सद्भावना व सहयोग की भावना बढ़ाने के लिए किया जाना चाहिए। आने वाली पीढ़ी उस कंटेंट को देखकर शर्मिंदा ना हो, बल्कि उससे कुछ सीखे, ऐसा कंटेंट का निर्माण किया जाना चाहिए। सृजनात्मक लेखन समाज व राष्ट्र को दिशा देता है। वैश्विक राजनैतिक परिस्थितियों में सूचनाओं का उपयोग अस्थिरता को उकसाने के लिए भी किया जाने लगा है, ऐसी आक्रामक नीति किसी भी देश के लिए चुनौति है। स्थानीय विधान अनुसार शासन प्रणाली से चल रहे स्थिर सत्ता के देश में सर्वांगीण विकास की संभावनाएं रहती है। इसलिए सूचनाओं के इस दौर में नई पीढ़ी को इतना विवेकशील होना चाहिए, जो सूचना के हर पहलू और दूरदर्शिता तक को देख सके।

संचालन हनुमान सिंह और धन्यवाद मनीष ने किया।

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