भगतसिंह एवं बटुकेश्वर दत्त ने असेम्बली मे बम्ब फेंका “8 अप्रैल/इतिहास स्मृति”
भगतसिंह एवं बटुकेश्वर दत्त ने असेम्बली मे बम्ब फेंका “8 अप्रैल/इतिहास स्मृति” बात 8 अप्रैल 1929 की है। दिल्ली की सेंट्रल असेंबली में
भगतसिंह एवं बटुकेश्वर दत्त ने असेम्बली मे बम्ब फेंका “8 अप्रैल/इतिहास स्मृति” बात 8 अप्रैल 1929 की है। दिल्ली की सेंट्रल असेंबली में
विश्व आज भारत की ओर निहार रहा है, यह संघ की 100 वर्षों की अखण्ड साधना का प्रतिफल है – मुरलीधर -राष्ट्रीय स्वयंसेवक
विकसित भारत 2047 की संकल्पना-5 भारत की भावी विकास यात्रा की रुपरेखा रेखांकित करते हुए हमें यह भी ध्यान रखना होगा कि भारत
“क्रांतिकारी संगठन” ५-एक सफल युवा क्रांतिकारी” सरकारी गुप्तचर विभाग के अधिकारियों ने केशवराव हेडगेवार को एक प्रखर सफल क्रांतिकारी बताते हुए । इनके
नववर्ष शोभायात्रा : विधि विधान से पूजन के साथ मंगल कलश वितरण शुरू -पहले स्थान पर रहने वाली झांकी को मिलेगा 21 हजार
नव संवत्सर पर आयोजित होंगे अनेक कार्यक्रम संगोष्ठी, पूर्व संध्या पर दीपदान, विक्रम मेले का आयोजन, शास्त्रीय संगीत, चौराहे सज्जा सहित रोली मोली
1857 की अप्रतिम योद्धा बेगम हजरत महल “7 अप्रैल/पुण्य-तिथि” 1857 के स्वाधीनता संग्राम में जो महिलाएं पुरुषों से भी अधिक सक्रिय रहीं, उनमें
पण्डित रवि शंकर प्रसाद “7 अप्रैल/जन्मदिन” पं रवि शंकर का जन्म संस्कृति-संपन्न काशी में 7 अप्रैल, सन् 1920 को हुआ था। उनके पिता
डॉ हेडगेवार, संघ और स्वतंत्रता संग्राम- पार्ट 2 इस कॉलेज के प्रबंधक तथा प्राध्यापक भी राष्ट्रीय विचारों से ओतप्रोत थे। प्रायः अधिकांश लोग
विकसित भारत 2047 की संकल्पना-4 अपनी आजादी का यह अमृतकाल का प्रारंभिक समय इस चिंतन लेखन का अच्छा प्रारंभ बिंदु भी हो सकता