वी. टी. राजशेखर शेट्टी और उसकी भारत विरोधी योजना-8
शेट्टी की थीसिस का निष्कर्षः (समाज विभाजक कलुषित मानसिकता)
शेट्टी आगे लिखते हैं,
- “आर्यों का मुख्य उद्देश्य अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़ों को गुलाम बना कर रखना है। वे जानते हैं, कि मुसलमानों को गुलाम नहीं बनाया जा सकता है, क्योंकि इस्लाम धर्म ब्राह्मणवादी धर्म के विरोध की नींव पर खड़ा है।”
- परन्तु, “आर्यों को अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़ों को गुलाम बनाने के अपने प्रयासों में एक गंभीर दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। वजह ये है, कि मुसलमान हमारा कवच बन कर सामने आ रहे हैं। इसलिए आर्यों की मंशा है, कि पहले मुसलमानों का सफाया किया जाए और फिर दलितों को गुलाम बनाया जाए।”
- “हम सिमी का आह्वान करते हैं, कि वह इस चुनौती को स्वीकार करे और भारत को नस्लवादी, यहूदीवादी और इनके निर्माता हिंदू नाजियों से बचाए।”
इससे यह स्पष्ट होता है कि शेट्टी के लिए ‘सिमी’ मुस्लिम संगठनों में सर्वाधिक क्रांतिकारी संगठन है।