पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई)-2
पीएफआई ही एक ऐसा संगठन है, जिसके विषय में हम विश्वास के साथ कह सकते हैं, कि नया भारत बनाने के हमारे अभियान में बाधा डालने के लिए विदेशी शक्तियों ने इसे पैदा किया है।
इसका घोषित एजेंडा है मुस्लिम युवा, मुस्लिम शक्ति, मुस्लिम रणनीति, मुस्लिम कल्याण और मुस्लिम एकता। यद्यपि, इसके मूल में चरम हिंसा है।
और सच कहें तो ये आतंकवाद की नर्सरी है। आईएसआईएस जैसे वैश्विक आतंकवादी संगठनों से इसका गहरा संबंध भी इसी बात को सिद्ध करता है।
पीएफआई एक ऐसा मॉडल है; जिसकी तुलना आप पाकिस्तान स्थित हाफिज सईद के नेतृत्व वाले जमात-उद-दावा (जेयूडी) से कर सकते हैं। यह मानवीय आधार पर जकात जैसे आदर्शों की बात करता है। परन्तु वास्तव में, वह लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मुहम्मद जैसे आतंकवादी संगठनों के नए बीज तैयार करने की नर्सरी है। कई देशों ने जेयूडी पर प्रतिबंध लगाया है। अंतरराष्ट्रीय दबाव में अपने दामन बचाने के लिए पाकिस्तान ने भी इस पर पाबंदी का दिखावा किया है।
भारत में भी ये प्रक्रिया आरम्भ हो चुकी है। 2019 में पीएफआई पर प्रतिबंध लगाने वाला झारखंड पहला राज्य था।