पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के द्वारा चल रहा अभियान “बीजारोपण से वृक्षारोपण” के तहत निजी विद्यालय प्रमुखों के साथ शिशु भारती आश्रम विद्यालय में बैठक हुई जिस में अध्यापकों व बच्चों ने विद्यालय प्रांगण में पौधरोपण किया। जिस के तहत उदयपुर विभाग के पर्यावरण सह संयोजक गणपत लौहार ने कहा कि यह अभियान विद्यालयों की ओर से भविष्य में भी चलता रहेगा। उन्होंने कहा कि पर्यावरण बचाने के लिए पौधरोपण अति आवश्यक है। आज के समय में छाया की सबको जरूरत है लेकिन पौधे लगाना कोई नहीं चाहता है। आज सभी बच्चे पौधे लगाकर अपना कल सुरक्षित कर सकते हैं। पौधे लगाना देश के प्रत्येक नागरिक की नैतिक जिम्मेदारी बनती है।संपूर्ण विश्व ग्लोबल वार्मिंग और उसके कारण पर्यावरण में हो रहे भयंकर बदलाव से भयभीत है. मानव जीवन वायु पानी और अन्न पर पूरी तरह से निर्भर है. जिसमें वायु (ऑक्सीजन) के बिना तो जीवन की कल्पना ही नही की जा सकती है अर्थात मनुष्य की श्वास–श्वास वायु से ही संभव हैl पेड़ों को उखाड़ो मत पौधा को साहालो। धरती के अंदर अनेकों चीजों का भंडारण है। प्रकृति से हम काफी सीख ले सकते हैं।
पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए पौधारोपण आवश्यक है। पौधारोपण करना एक पुनीत सेवा कार्य है। वह इन पौधों को बड़े पेड़ बनने तक उनकी नियमित देखभाल करें। तो आप सभी को हरा-भरा, स्वच्छ और सुंदर क्षेत्र दिखेगा। पेड़-पौधों से हमें ताजगी व सुकून मिलता है। वह मौसम को शांत व सुहावना बनाते हैं। पौधे ग्लोबल वॉर्मिंग को कम करते हैं। वायु तथा जल प्रदूषण पर नियंत्रण करते हैं। कार्यक्रम में निजी विद्यालय के अध्यक्ष जितेश श्रीमाली ने कहा की हमें इनका महत्व समझ कर प्रत्येक युवा को पौधारोपण कर उनकी बच्चों की तरह देखभाल करनी चाहिए।पौधे लगाना देश के प्रत्येक नागरिक की नैतिक जिम्मेदारी बनती है। स्कूल के बच्चों व अध्यापकों ने पौधरोपण के साथ-साथ उनके सरंक्षण को लेकर भी संकल्प लिया।
स्वामी विवेकानंद स्कूल, माली कॉलोनी प्रभारी प्रतिभा कावड़िया, रॉयल सेकेण्डरी स्कूल,प्रताप नगर प्रभारी मंजु शर्मा, द प्रयास पब्लिक स्कूल, टेकरी प्रभारी आशा जैन
मिराण्डा सीनियर सेकेंडरी स्कूल, से. 5 प्रभारी मोना पालीवाल, शिशु भारती सीनियर सेकेंडरी स्कूल, से. 5 प्रभारी जयवृत श्रीमाली, हेमंत सिसोदिया आदि उपस्थित रहे।