Welcome to Vishwa Samvad Kendra, Chittor Blog श्रुतम् ताराबाई भोंसले-2
श्रुतम्

ताराबाई भोंसले-2

सदियों तक चली घुसपैठी आक्रमणकारियों के विरुद्ध भारतीय प्रतिरोध की गाथा:- 12

ताराबाई भोंसले-2

मराठा रानी जिन्होंने औरंगजेब की मुगल सेनाओं के विरुद्ध सफलतापूर्वक अपने राज्य की रक्षा की…

मराठा कुल 96 अलग-अलग कुल अथवा वंशों का एक समूह है, जिसमें 60 सोमवंशी और 36 सूर्यवंशी हैं।
मोहिते देशमुख कुल के हैं। ताराबाई भोंसले मोहिते वंश (देशमुख कुल) से थीं। वे मराठा सेनापति हंबीरराव मोहिते की पुत्री थीं।
ताराबाई बचपन से ही स्त्री सुलभ कार्य और खेलों की अपेक्षा उन्हें युद्ध कला और राजनीति में बहत रुचि थी। अपने पिता की उपलब्धियों पर भी उन्हें बहुत गर्व होता था। थोड़ा बड़े होने पर उन्होंने अस्त्र- शस्त्र की शिक्षा भी ग्रहण की।

ताराबाई भोंसले का विवाह मात्र 8 वर्ष की अल्पायु में छत्रपति शिवाजी के छोटे पुत्र राजाराम भोंसले से हुआ था। राजाराम उस समय 13 वर्ष के थे। वे राजाराम की दूसरी पत्नी थीं।
उनसे पहले राजाराम का 10 वर्ष की आयु में जानकीबाई से विवाह हो चुका था। जानकीबाई मराठा सरनोबत प्रतापराव गुर्जर की पुत्री थीं।
राजाराम का एक और विवाह कागल की राजसबाई घाटगे के साथ हुआ था।

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