Welcome to Vishwa Samvad Kendra, Chittor Blog श्रुतम् ताराबाई भोंसले-1
श्रुतम्

ताराबाई भोंसले-1

सदियों तक चली घुसपैठी आक्रमणकारियों के विरुद्ध भारतीय प्रतिरोध की गाथा:- 12

ताराबाई भोंसले-1

मराठा रानी जिन्होंने औरंगजेब की मुगल सेनाओं के विरुद्ध सफलतापूर्वक अपने राज्य की रक्षा की…

ताराबाई भोंसले, छत्रपति शिवाजी महाराज की पुत्रवधू और छत्रपति राजाराम भोसले की पत्नी थी। उन्होंने सन् 1700 ई. से लेकर सन् 1708 ई. तक मराठा साम्राज्य पर राज किया क्योंकि राजाराम भोंसले की मृत्यु के समय शिवाजी द्वितीय एक बालक थे।

राजाराम भोंसले की मृत्यु के बाद भी मराठा साम्राज्य पर औरंगजेब के आक्रमण यथावत जारी रहे। ताराबाई भोंसले ने दृढ़ता, साहस और वीरता के साथ इन आक्रमणों का सामना किया। उन्होंने अपनी सेनाओं का कुशलतापूर्वक नेतृत्व करते हुए मराठा भगवा ध्वज सदैव शान से फहराये रखा।

प्रमुख बंगाली इतिहासकार जदुनाथ सरकार कहते हैं कि:-
“ताराबाई भोंसले की वजह से ही मराठा साम्राज्य सन् 1700 ई. से लेकर सन् 1707 ई. तक के कठिन समय को झेल पाया और इस समय उसकी नाव को संभालने वाली ताराबाई की नीतियाँ और उनका साहस ही था।”
परंतु हममें से कितने लोग ताराबाई का इतिहास जानते हैं?

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