Welcome to Vishwa Samvad Kendra, Chittor Blog श्रुतम् ताराबाई भोंसले-3
श्रुतम्

ताराबाई भोंसले-3

सदियों तक चली घुसपैठी आक्रमणकारियों के विरुद्ध भारतीय प्रतिरोध की गाथा:- 12

ताराबाई भोंसले-3

मराठा रानी जिन्होंने औरंगजेब की मुगल सेनाओं के विरुद्ध सफलतापूर्वक अपने राज्य की रक्षा की…

ताराबाई के विषय में और अधिक जानने से पूर्व संक्षिप्त मराठा इतिहास जान लेना उचित होगा।

  • शिवाजी महाराज ने मराठा साम्राज्य की स्थापना की थी। वे निरंतर दक्षिण के इस्लामी राज्यों तथा मुगलों से लड़ते रहे। उन्होंने एक सुगठित बलशाली मराठा साम्राज्य की नींव रखी थी।
  • एक समय उनके पास करीब 300 किले, 50 हज़ार पैदल सैनिक और लगभग 40 हज़ार घुड़सवार थे। इतना ही नहीं उनके पास एक मजबूत नौसेना भी थी।
  • मराठा-मुगल युद्ध जिसको ’27 वर्षीय युद्ध’ भी कहा जाता है, सन् 1707 में औरंगजेब की मृत्यु के साथ समाप्त हुआ।
    • सन् 1680 में छत्रपति शिवाजी महाराज की मृत्यु के बाद उनके पुत्र संभाजी ने मुगलों से मुकाबला किया और मराठा साम्राज्य को बचाए रखा।
    • सन् 1689 में संभाजी की मृत्यु के बाद राजाराम ने यह बीड़ा उठा लिया।
    • सन् 1700 में खराब स्वास्थ्य के कारण राजाराम के स्वर्ग सिधारने के पश्चात ताराबाई भोंसले ने यह उत्तरदायित्व अपने कंधों पर उठा लिया।
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