शीर्ष वैज्ञानिक होमी जहांगीर भाभा “24 जनवरी/पुण्यतिथि”
भारत के परमाणु उर्जा कार्यक्रम के जनक होमी जहांगीर भाभा उन चुनिंदा मनीषियों में शुमार हैं जिन्हें हम आधुनिक भारत का निर्माता संबोधित करते हैं. देश के परमाणु कार्यक्रम की मजबूत नींव रखने वाले होमी भाभा की दूरदृष्टि का ही कमाल है कि आज भारत परमाणु संपन्न देशों की कतार में खड़ा है.
भारत के परमाणु उर्जा कार्यक्रम के जनक होमी जहांगीर भाभा उन चुनिंदा मनीषियों में शुमार हैं जिन्हें हम आधुनिक भारत का निर्माता संबोधित करते हैं. देश के परमाणु कार्यक्रम की मजबूत नींव रखने वाले होमी भाभा की दूरदृष्टि का ही कमाल है कि आज भारत परमाणु संपन्न देशों की कतार में खड़ा है. भाभा की गिनती उन लोगों में होती है जिन्होंने अपना अध्ययन और कार्य विदेशों में किया लेकिन जब देश में आए तो यहीं के हो कर रह गए. भारत के इस महान स्वप्नदृष्टा वैज्ञानिक का महज 57 वर्ष की उम्र में 24 जनवरी 1966 में स्विट्जरलैंड में एक विमान दुर्घटना में निधन हो गया था.
वे केवल वैज्ञानिक ही नहीं थे बल्कि उनका समूचा व्यक्तित्व ऐसा था जिससे प्रभावित हो कर भारत के महान वैज्ञानिक और नोबेल पुरस्कार विजेता सर सीवी रमन उन्हें भारत का लियोनार्डो डी विंची कहा करते थे. सभी जानते हैं कि लियोनार्डो डी विंची इटली के महान चित्रकार, मूर्तिकार, वास्तुशिल्पी, संगीतज्ञ, कुशल यांत्रिक, इंजीनियर तथा वैज्ञानिक थे. ऐसे में सहज जिज्ञासा होती है कि पुण्यतिथि पर हम इस महान वैज्ञानिक और उतने ही बेहतरीन इंसान को किस तरह याद करें?
देश के शीर्ष वैज्ञानिक होमी जहांगीर भाभा के निधन पर श्रद्धांजलि देते हुए टाटा समूह के जेआर डी टाटा ने कहा था कि होमी भाभा उन तीन महान हस्तियों में से एक हैं जिन्हें मुझे इस दुनिया में जानने का सौभाग्य मिला है. इनमें से एक थे जवाहरलाल नेहरू, दूसरे थे महात्मा गाँधी और तीसरे थे होमी भाभा. होमी न सिर्फ़ एक महान गणितज्ञ और वैज्ञानिक थे बल्कि एक महान इंजीनियर, निर्माता और उद्यानकर्मी भी थे. इसके अलावा वो एक कलाकार भी थे. वास्तव में जितने भी लोगों को मैंने जाना है और उनमें ये दो लोग भी शामिल हैं जिनका मैंने ज़िक्र किया है, उनमें से होमी अकेले शख़्स हैं… जिन्हें “संपूर्ण इंसान’ कहा जा सकता है.
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