दक्षिण की 4 भाषाओं को पढ़ायेगा उत्तर प्रदेश
भारत के उत्तरी व दक्षिणी राज्यों के बीच सांस्कृतिक और भाषाई संबंधों को सहज व आत्मीय बनाने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य सरकार ने अधिकाधिक चार बड़ी भाषाओं यथा तमिल, मलयालम, कन्नड़ और तेलुगु को अपने वोकेशनल एजुकेशन करिकुलम में शामिल कर लिया है।
यह घोषणा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में काशी तमिल संगमम 4.0 के उद्घाटन के दौरान की।
राज्य सरकार के अनुसार वोकेशनल कोर्स करने वाले विद्यार्थियो के पास अब अपनी रूचि के अनुसार इनमें से कोई भी भाषा पढ़ने का विकल्प होगा। इस पहल में मराठी और बंगाली जैसी दूसरी क्षेत्रीय भाषाएँ भी शामिल हैं और राज्य इन भाषा प्रोग्राम का पूरा खर्च उठाएगा।
अधिकारियों ने कहा कि इस कदम का मकसद स्टूडेंट्स के लिए रोज़गार के अवसर बढ़ाना और गहरे सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना है। यह निर्णय उप्र द्वारा राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने और पूरे राज्य में स्किल-बेस्ड एजुकेशन को बढ़ाने की बड़ी कोशिश का हिस्सा है।