विकसित भारत 2047 की संकल्पना-21
जनसंख्या लाभांशः अब भारत का समय है-4
जनसंख्याकी में यदि भारत के कार्यशील युवा वर्ग का यह क्रम बना रहे और हम अपने युवाओं को ‘स्वास्थ्य, शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमिता’ की चतुर्पदी के मार्ग पर लाने के लिए, विशिष्ट प्रकार की योजना करते हैं तो भारत न केवल आर्थिक रूप से बल्कि समग्र रूप से भी एक बड़ी शक्ति के रूप में उभर सकता है।
इसके लिए न केवल समाज को व्यापक स्तर पर सोचना होगा, बल्कि सरकार को भी इस जनसंख्या लाभांश (Population Gains) को वास्तविकता में परिवर्तन करने के लिए युगानुकूल नीतियां बनानी होगी।
अन्तरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (International Monetary Fund) की एक रिपोर्ट के अनुसार एक बढ़ती कार्यशील जनसंख्या, उस देश के सकल घरेलू उत्पाद Gross Domestic Products (जीडीपी) में दो प्रतिशत तक की वृद्धि कर सकती है।
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