गोगुंदा स्थित मायरा की गुफा : महाराणा प्रताप का शस्त्रागार
महान चक्रवर्ती सम्राट महाराणा प्रताप के बलिदान, त्याग और शौर्य की साक्षी है मायरा की गुफा. इस्लामिक आक्रमणकारियों के विरुद्ध हल्दीघाटी के युद्ध में महाराणा प्रताप ने इसी गुफा को अपना शस्त्रागार बनाया था. इसी गुफा में महाराणा के घोड़े चेतक को भी रखा जाता था. इस प्राकृतिक गुफा का आकार कुछ ऐसा है कि इसके भीतर से दूर तक का दृश्य स्पष्ट दिखाई देता है, किंतु बाहर से इसके भीतर कुछ नहीं दिखता. यह गुफा उदयपुर जिले की अरावली की पहाड़ियों के जंगल में स्थित है और महाराणा प्रताप की राजतिलक स्थली ग्राम गोगुन्दा से लगभग 7-8 किलोमीटर दूर दुलावतों का गुढ़ा गांव के जंगल में है.
गुफा के अंदर महाराणा प्रताप की आराध्य देवी हिंगलाज माता का मंदिर स्थापित है, जिनके दर्शन के लिए श्रद्धालु आज भी यहां में आते हैं.

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