बिजयनगर में समुदाय विशेष के युवकों द्वारा नाबालिग स्कूली छात्राओं को प्रलोभन देकर प्रेम प्रसंग में फंसाकर, यौन शोषण करने, ब्लैकमेल करने, जबरन मतांतरण के कृत्य से समाज अति आक्रोशित

बिजयनगर में समुदाय विशेष के युवकों द्वारा नाबालिग स्कूली छात्राओं को प्रलोभन देकर प्रेम प्रसंग में फंसाकर, यौन शोषण करने, ब्लैकमेल करने, जबरन मतांतरण के कृत्य से समाज अति आक्रोशित

बिजयनगर में हुए ब्लैकमेल कांड को लेकर जिलेभर के लोगों में रोष है। रुचि श्रीमाली ने बताया की सर्व समाज मातृशक्ति उदयपुर की ओर से बिजयनगर ब्लैकमेल मामले के आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर आज मुख्यमंत्री के नाम जिलाधीश को ज्ञापन सौंपा। इस घटना की पुनरावृत्ती न हो उसके लिए आरोपियो के विरुद्ध शीघ्र व कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग। बिजयनगर में समुदाय विशेष के युवकों द्वारा 14-15 वर्ष की स्कूली छात्राओं को प्रलोभन देकर प्रेम प्रसंग में फंसाकर, ज्यादती करने, आपत्तिजनक तस्वीरे खींचकर ब्लैकमेल करने, जबरन मतांतरण के कृत्य से समाज अति आक्रोशित है।

भारत में जानबूझकर इस प्रकार हिन्दू बेटियों के साथ यौन शोषण व मतांतरण से देश की डेमोग्राफी बदलने का खतरनाक प्रयास हो रहा है। सरकार से कड़े कानून बनाकर, केस दर्ज करके शीघ्र व कठोर कार्रवाई की मांग की। पूर्व महापौर रजनी डांगी, अधिवक्ता परिषद् से वंदना उदावत, सोनिका जैन, लघु उद्योग भारती से सीमा पारीक, करुणा मण्डावत, विप्र महिला समिति से अर्चना शर्मा, कुसुम लता, वनवासी कल्याण परिषद् से श्यामला वर्डिया, सक्षम से नीलम उपस्थित रहे। पिंकी मांडावत, रेखा चौधरी, नीता खंडेलवाल, जसोदा डांगी, शीतल गुप्ता, संगीता बोकाडिया भी उपस्थित थे।

रेनू भट्ट ने बताया की, ज्ञापन में कहा गया है की ब्यावर जिले के विजयनगर में कतिपय लोगों द्वारा स्कूली छात्राओं के साथ यौन शोषण एवं मतांतरण का प्रयास अत्यंत ही शर्मनाक एवं निन्दनीय है। यह घटना कुत्सित मानसिकता से ग्रसित होने का संकेत देती है। यह अजमेर ब्लेकमेल काण्ड की पुनरावृत्ति है। सर्व समाज मातृशक्ति इस सुनियोजित यौन शोषण एवं ब्लेकमेल कर अन्य बालिकाओं भी इस में जोड़ने तथा डरा धमका कर मतांतरित करने के प्रयास करने की निन्दा एवं रोष प्रकट करती हैं। हम सभी महिलायें इस दुखद व शर्मनाक घटना की फास्ट ट्रेक न्यायालय में शीघ्र कानूनी प्रक्रिया पूर्ण कर सभी आरोपियों पर कठोर से कठोर कार्यवाही करने को मांग करती हैं। साथ ही बालिकाओ व पीडित छात्राओ को इस डर के माहोल से निकलने के लिए काउंसेलिंग करवाने की मांग करती हैं। प्रशासन यह भी सुनिश्चित करे कि अजमेर ब्लैकमेल कांड और इस विजयनगर कांड की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिये सजग रहे एवं इन आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलावे। ताकि नाबालिग बालिकाओं का जीवन बर्बाद करने के ऐसे प्रयासो की पुनरावृत्ति न हो।

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