हिन्दु समाज में आत्मविश्वास एवं संगठन भाव को बढ़ाने के लिए शाखाएं प्रारंभ हुई
कोटा । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कोटा महानगर की ओर से रविवार को गुणवत्ता पूर्ण संचलन एवं शारीरिक कार्यक्रम स्वामी विवेकानंद विद्यालय में रखा गया।
अखिल भारतीय सह शारीरिक शिक्षण प्रमुख ओ के मोहन ने अपने उद्बोधन में कहा कि संघ की 100 वर्षो की यात्रा व्यक्ति निर्माण की एक प्रक्रिया है। हिन्दू समाज में बिखराव था और आत्मविश्वास का अभाव होते चले जा रहा था। हिन्दु समाज पर हो रहे आक्रमणों के लिए प्रतिकार करने की क्षमता का निर्माण आवश्यक था। इस देश के हिन्दू समाज की स्थिति परिवर्तन के लिए संघ की एक शाखा मोहिते के बाड़े से प्रारंभ की। निरंतर 100 वर्षों से निरंतर यही प्रयास किया जा रहा है। शारीरिक प्रदर्शन समाज में आत्मविश्वास पैदा करने के लिए है। संघ की शाखा में शारीरिक के साथ-साथ बौद्धिक को भी लिया जाता है। संघ की प्रार्थना के माध्यम से देश के लिए समर्पित होने का संकल्प स्वयंसेवक प्रतिदिन दोहराते है। संघ की यात्रा 1 शाखा से प्रारंभ होकर हजारों शाखाओं एवं लाखों स्वयंसेवकों का निर्माण कर चुकी है। हम देश के लिए बलिदान देने वाली वीरांगना रानी दुर्गावती के पंच शताब्दी देवी अहिल्या बाई की त्रि शताब्दी पर उनका स्मरण कर रहे है। स्वामी दयानंद सरस्वती की द्वि शताब्दी, बिरसा मुंडा की 150वां जयंती वर्ष, बंगाल में जन्मे अनुगल ठाकुर के 100 वर्ष पर उनके समाज को दिए अपने योगदान के स्मरण करते है।
उन्होंने कहा कि गाँधीजी भी संघ दर्शन के लिए संघ के कार्यक्रम में आये थे, उन्हें भी स्वागत प्रणाम निवेदन किया गया था। संघ के कार्यक्रम का अवलोकन करने के उपरांत गांधीजी ने स्वयंसेवकों के अनुशासन की सराहना की थी।
कार्यक्रम में मंच पर अखिल भारतीय सह शारीरिक शिक्षण प्रमुख ओ. के. मोहन के साथ मुख्य अतिथि समरसता एवं मानवधिकार आयोग से सम्मानित समाजसेवी सुरेश चन्द बंसल, विभाग संघचालक पन्नालाल शर्मा और महानगर संघचालक गोपाल लाल गर्ग रहे।
मुख्य अतिथि सुरेश चंद बंसल ने अपने मंतव्य में बताया की संगठन राष्ट्रीयता के लिए प्रतिबद्धता, सनातन संस्कृति एवं सामाजिक कार्यों के लिए जाना जाता है। उन्होनें संघ कार्य में संलग्न स्वयंसेवकों का धन्यवाद किया। संघ के 100 वर्ष की इस यात्रा में विविध संगठनों ने भी व्यवस्था परिवर्तन में योगदान किया है।
भारत की प्रगति पर बोलते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि आज देश जल, थल, पवन और सौर उर्जा के क्षेत्र में बहुत आगे बढ़ा है। शिक्षा के क्षेत्र में भी भारत में बहुत विकास हुआ है।
सायं 4.30 बजे संचलन विवेकानंद विद्यालय महावीर नगर तृतीय से प्रारंभ होकर घटोत्कच चौराहे व मंगलेश्वरी धाम काली माता मंदिर से होता हुआ पुनः विद्यालय में समाप्त हुआ। संचलन के उपरांत महावीरनगर तृतीय स्थित विवेकानंद विद्यालय में विभिन्न शारीरिक कार्यक्रम का प्रदर्शन किया गया। शारीरिक कार्यक्रमों में नियुद्ध, दण्ड युद्ध, मल्लखम् योग एवं सामूहिक समता के कार्यक्रम शामिल थे।
कोटा महानगर संघचालक गोपाललाल गर्ग ने सहयोग करने वाले सभी आगंतुकों एवं संस्थान को धन्यवाद किया।




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