विकसित भारत 2047 की संकल्पना-1
जब भारत वर्ष 2047 में स्वतंत्रता के सौ वर्ष पूर्ण कर रहा होगा, उस समय भारत की स्थिति क्या होनी चाहिए, और कौन सी उपलब्धियों के साथ होनी चाहिए? उसके लक्ष्य क्या होने चाहिए?
इस विषय पर वर्तमान में चिंतन आवश्यक है। इन सबको साकार रूप देने नेतृत्त्व कैसा चाहिए, यह भी सोचना होगा।
अभी-अभी हमने स्वतंत्रता के 75 वर्ष का अमृत महोत्सव मनाया है। स्वाभाविक रूप से देश ने अपनी उपलब्धियों और अपनी न्यूनताओं को भी सिंहावलोकन किया है ताकि हम एक उज्ज्वल भविष्य के लिए लंबी छलांग लगाने की तैयारी कर सके। संपूर्ण देश में इस विषय पर चर्चा प्रारंभ हुई है। एक चिंतन प्रवाह प्रारंभ हुआ है कि अगले पच्चीस-तीस वर्षों की हम अपनी विकास गाथा कैसी लिखें?
यह बहुत कुछ इस पर भी निर्भर करेगा कि अपने देश का नेतृत्त्व कैसा हो। इसलिए राष्ट्रहित सर्वोपरी का भाव ह्रदय में रखकर समुचित राजनीतिक दल का चुनाव भी आवश्यक है। इस दृष्टि से हम अपना योग्य व परिष्कृत मतदान करें और करावें। मतदान सौ प्रतिशत कराने का संकल्प चाहिए।
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