विकसित भारत 2047 की संकल्पना-19
जनसंख्या लाभांशः अब भारत का समय है-1
यूनाइटेड नेशन पापुलेशन फंड (UNPF or UNFPA) ने ‘जनसंख्या लाभांश’ (Population Gains) की व्याख्या की है। उसके अनुसार “जब किसी देश की कार्यशील जनसंख्या Productive Population (18 से 65 वर्ष) शेष जनसंख्या से अधिक हो तो उसे जनसंख्या लाभांश की स्थिति (Situation of Population Gains) कहते हैं। अर्थात उसकी निर्भर जनसंख्या Dependent Population (17 वर्ष से कम और 65 से अधिक) यदि उत्पादक जनसंख्या से कम है तो यह जनसंख्या लाभांश Population Gains) होता है।”
भारत में यह वर्ष 2018 से ही मिलना प्रारंभ हो गया है, क्योंकि इसी वर्ष से भारत की कार्यशील आबादी की जनसंख्या बढ़ गई है, और यह अगले 30-32 वर्षों तक लगातार बनी रहने वाली है। यदि भारत ने अपनी इस कार्यशील आबादी को ठीक से व्यवस्थित कर प्रबंधन किया, स्वास्थ्य शिक्षा और अन्य तरीकों से उसे सुसज्जित किया, और सरकार ने योजनाबद्ध नीतिगत सहयोग भी किया तो भारत पर्याप्त आर्थिक प्रगति कर सकता है।
भारत के नीति निर्माताओं को इस विषय पर काफी एकाग्रता से कार्य करना होगा। कैसे हम अपनी इस कार्यशील जनसंख्या (Productive Population) को भारत के विकास का सबसे प्रमुख आधार बना सकते हैं। इस विषय में समाज व सरकार दोनों को ध्यान देना होगा।
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