तेज बरसात, निर्धारित स्थान, तय समय और पूर्ण अनुशासन के साथ संचलन
पंच प्रण समाज जीवन में आने से समृद्ध राष्ट्र होगा -निम्बाराम
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की निन्यानवे वर्ष की यात्रा पूर्ण हुयी है संघ अगले वर्ष अपने शताब्दी वर्ष यानी 100 वें वर्ष में प्रवेश करने जा रहा है, संघ द्वारा समाज और राष्ट्र की उन्नति के लिए और भी कई कार्य करने है, उन्होंने स्वयंसेवकों से अधिक समय देने के लिए आव्हान भी किया। आज पूरा विश्व भारत को देख रहा है और भारत संघ को। इसलिए आवश्यकता है समाज का नेतृत्व खड़ा करने की, परिणामकारी समाज की आवश्यकता अनुरूप कार्य करने की। यह विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक निम्बाराम ने आर.के. सर्किल स्थित कृष्णा वाटिका में विजयादशमी उत्सव निमित पथ संचलन पूर्व अपने उद्बोधन में स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए व्यक्त किये।
तीनों उत्सव में मुख्य अतिथियों ने संचलन से पूर्व विधिवत शस्त्र पूजन किया। कृष्णा वाटिका स्थान पर मुख्य अतिथि गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी के सचिव कुलवंत सिंह नरवल, फील्ड क्लब स्थान पर बावनमठ के संस्थापक भगवान लाल गमेती एवं मान बाग़ स्थान पर कर्नल यादवेन्द्र सिंह यादव थे। मुख्य अतिथियों ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए अपने विचार भी रखे।
दूसरा संचलन फील्ड क्लब प्रांगण से प्रारम्भ हुआ, संचलन पूर्व उद्बोधन स्वरूप चित्तोड़ प्रान्त के सह प्रान्त प्रचार प्रमुख डॉ. सुनील खटीक ने विचार रखे।
तीसरा संचलन सेक्टर 14 स्थित मान बाग़ से प्रारम्भ हुआ जहाँ सञ्चलन से पूर्व उद्बोधन स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय संयोजक प्रो. बी. पी. शर्मा ने अपने विचार रखे।
शहर में तीन स्थानों से संचलन निकले, जिसमें प्रत्येक स्थान से दो अलग-अलग संचलन निकले और पुनः निर्धारित स्थान और तय समय पर संचलन का द्विवेणी संगम हुआ।
