आत्मनिर्भर भारत तथा हमारी अवधारणा- 7
अभी कुछ वर्ष पूर्व एक ब्रिटिश अर्थशास्त्री एंगस मैडिसन थे। वे आर्थिक विकास और विकास के माप तथा विश्लेषण के साथ मात्रात्मक मैक्रो आर्थिक इतिहास (Quantitative History of Macro Economics) में विश्व के अग्रणी विशेषज्ञ थे। उन्होंने विश्व की आर्थिक उन्नति और इतिहास का गहरा अध्ययन किया और उस पर लेखन किया।
वे लिखते हैं कि-
- “भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था थी। तीन हजार वर्षों तक भारत विश्व का आर्थिक नेतृत्व करता रहा है। ईसा से भी लगभग डेढ़ हजार वर्ष पूर्व भारत का जो विश्व की अर्थव्यवस्था में हिस्सा था, वह ईसा की पहली सदी में भी 30 प्रतिशत से अधिक था।”
- “औद्योगिक ही नहीं, हर क्षेत्र में भारत अग्रणी ही था। अंग्रेजों के आने से पूर्व भारत की विश्व के सकल घरेलु उत्पाद (GDP) में भागीदारी 25 प्रतिशत थी, वह अंग्रेजों के भारत से जाते समय मात्र 4.2 प्रतिशत रह गई।”
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