भारत को रक्तरंजित करने का षड्यंत्र-34

विध्वंसक चौकड़ी के निशाने पर आदिवासी (वनवासी)-17

असम

सद्भावना मिशन (Goodwill Mission) 2006 ने अपने महत्वपूर्ण निष्कर्षों को एक ज्ञापन के तौर पर असम के राज्यपाल को सौंपा।
रिपोर्ट के निष्कर्ष निरंतर….

  1. • पूर्वोत्तर की स्थिति सामरिक तौर पर महत्वपूर्ण है। इस क्षेत्र को अस्थिर करने के लिए आईएसआई की भूमिका से भी इंकार नहीं किया जा सकता। इसकी पूरी सम्भावना है, कि आईएसआई मणिपुरी मुसलमानों, बंगलादेशी घुसपैठियों के साथ मिल कर इस क्षेत्र में विद्रोह में सम्मिलित विखंडनकारी शक्तियों की सहायता कर रही हो।
  • यह भी संभावना है कि आईएसआई इस क्षेत्र में सक्रिय विद्रोही संगठनों की आपसी प्रतिस्पर्धा का भी लाभ उठाने के प्रयास में हो।
  • वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत में इस बात का खुलासा हुआ, कि हिंसा की घटनाओं से एक हफ्ते पहले 11 मणिपुरी मुस्लिम ए. के. 47 राइफलों से सुसज्जित होकर दीमापुर के रास्ते असम में घुसे थे। इनमें से 4 को सशस्त्र बलों ने गिरफ्तार कर लिया, जिन से पूछताछ जारी है।
  • हमारे राष्ट्रीय हितों के विरुद्ध घात लगाए बैठी विदेशी एजेंसियों की संलिप्तता संदेह के दायरे में है। ऐसा हो सकता है, कि वे इस अशांत क्षेत्र में मौके का फायदा उठाने की फिराक में हों।

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