भारत को रक्तरंजित करने का षड्यंत्र-31

विध्वंसक चौकड़ी के निशाने पर आदिवासी (वनवासी)-14

असम

कार्बी आंगलोंग व उत्तर कछार पर्वतीय क्षेत्र पर काम करने वाले गुवाहाटी स्थित थिंक-टैंक ‘जनजाति फेथ एंड कल्चर प्रोटेक्शन फोरम (Tribal Faith & Culture Protection Forum)’ के अन्तर्गत एक सद्भवाना मिशन (गुडविल मिशन) ने वर्ष 2006 में एक रिपोर्ट प्रस्तुत की है।
इस मिशन में अध्यक्ष थे कर्नाटक उच्च न्यायालय के पूर्व जज न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) वी. के. सिंघल।
अन्य सदस्य थे: पूर्व आईएएस अधिकारी एवं असम सरकार के पूर्व आयुक्त डॉ. श्यामभद्र मेथी, पूर्व आईएएस एवं असम सरकार की पूर्व आयुक्त डॉ. रोहिनी कुमार बरुआ, गुवाहाटी उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता चिन्मय चौधरी, सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता भरत कुमार, पूर्व आईपीएस एवं असम पुलिस के पूर्व महानिरीक्षक अशोक कुमार साहू (सदस्य- (सचिव)।

मिशन ने फरवरी 2006 में हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया था। इसने हिंसा से प्रभावित 11 शिविरों का दौरा किया, जहाँ 2, 845 हिंसा पीड़ित शरणार्थी थे। 108 गांवों के 3,500 लोगों से इस मिशन ने बातचीत की। इसके साथ ही मिशन ने इस क्षेत्र के विभिन्न प्रमुख सामाजिक संगठनों और प्रभावशाली व्यक्तियों की भी राय ली।

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