वी. टी. राजशेखर शेट्टी और उसकी भारत विरोधी योजना-4
शेट्टी का गेम प्लान (रणनीति)
हम जैसे-जैसे आगे बढ़ते हैं; तो शेट्टी के लेखन में ही उनके गेम प्लान (रणनीति) का खुलासा हो जाता है:-
- हिंदुओं को एक आक्रांता धर्म (आर्य) के रूप में चित्रित करो, जिसने सभी मूल निवासी समुदायों को अपने धर्म में आने के लिए विवश किया।
- इसके उपरान्त वह हिंदुओं में हाशिये पर खड़े समूहों (वंचित वर्ग) और निचली जातियों के प्रति सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण दिखाने का नाटक करते हैं। जिससे इन जातियों को हिंदुओं से पृथक किया जा सके।
• उद्देश्य यही है, कि जब अंतिम संघर्ष का समय आए तो ये जातियाँ बाकायदा कथित ब्राह्मणवादी शोषकों से निपट सकें। शेट्टी के समाज विभाजनकारी तर्क:
अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग और मुस्लिम, ईसाई व सिखों के विषय में उनका मूल तर्क है कि ये हिंदू धर्म का भाग कभी थे ही नहीं। ये तो स्थानीय मूल निवासी भारतीय हैं, और इन सभी छह समूहों को एकजुट होकर हिंदुओं (आर्य) से वापस सत्ता छीन लेनी चाहिए।
अपनी 91 पृष्ठों की पुस्तक ‘India’s Muslim Problem (भारत की मुस्लिम समस्या)’, में शेट्टी ने Dalit Agenda for 1991, ‘Mumbai SIMI conference’ की चर्चा की है।
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