18 मई को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का 20 दिवसीय संघ शिक्षा वर्ग भीलवाड़ा के आदर्श विद्या मंदिर शास्त्री नगर में प्रारंभ हुआ।
उद्घाटन कार्यक्रम में “अनमोल गिर गौशाला” बांसवाड़ा के संस्थापक “श्री अनूकूल मेहता” मुख्य अतिथि के रूप में रहे उन्होंने युवाओं को नौकरी करने वाला नहीं नौकरी देने वाला बनने का आह्वान किया शिविर में वर्ग अधिकारी श्री योगेंद्र कुमार जी के नेतृत्व में राजस्थान के 12 प्रशासनिक जिलों से आए हुए युवा भाग लेंगे शिविर में प्रवेश हेतु संघ ने युवा कार्यकर्ताओं से ऑनलाइन आवेदन भी मांगा था जिसमें युवाओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया।

वर्ग स्थल पर पर्यावरण संरक्षण का विशेष ध्यान रखा जाएगा। इस निमित्त वर्ग स्थान के विद्यालय का रंग रोगन रासायनिक (केमिकल) रहित हर्बल उत्पाद वाला पेंट काम में लिया गया जिससे आंखों में जलन नहीं होती एवं दुर्गंध भी नहीं आती है।
-जल संरक्षण- की दृष्टि से भी शिक्षार्थीयों ने अपने भोजन के पात्र पानी के बजाय राख से स्वयं साफ करने का संकल्प किया जिससे जल बचाया जा सके।
शिविर स्थान पर अपने काम व्यवसाय से अवकाश लेकर आए हुए शिक्षक एवं प्रबंधक स्वयं के खर्चे पर आए हुए शिक्षार्थियों का प्रशिक्षण एवं उनकी व्यवस्था प्रशिक्षण में सहयोग करेंगे।
मुख्य वक्ता प्रांत प्रचारक विजयानंद जी ने शिक्षार्थियों को प्रातः 4:00 बजे से रात्रि 10:30 बजे तक स्वयं के प्रति कठोर रहते हुए दिनचर्या पालन की प्रेरणा दी। श्री विजयानंद ने युवा स्वयंसेवकों को सेवा, संकल्प, स्वावलंबन, अनुशासित एवं जिज्ञासु बनने की प्रेरणा दी।
-क्या है मायने मोबाइल से 20 दिन दूर रहने के-
आज मोबाइल साधन के साथ-साथ व्यसन रूप में समस्या भी बनता जा रहा है ऐसे में शिविर में आए हुए युवाओं ने संघ प्रशिक्षण को एक साधना के रूप में अपनाते हुए वर्ग में 20 दिनों तक मोबाइल उपयोग न करने का भी संकल्प लिया शिक्षार्थियों ने वर्ग के प्रथम दिन ही अपने साथ लाए मोबाइल को वर्ग स्थान पर स्वयं प्रेरणा से जमा करा दिया विज्ञान के अनुसार 20-21 दिनों तक किसी लत/व्यसन का दौहरान न करें तो वह लत/व्यसन दूर होने लगता है। ये ही बीजारोपण भविष्य में युवाओं को व्यसनों से बचाता है।