“समाज परिवर्तन सरकार से नहीं व्यक्ति से होता है”
जहाजपुर 6 जून: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संघ शिक्षा वर्ग तरुण व्यवसाय के समापन अवसर पर राजस्थान के क्षेत्र प्रचारक श्रीमान निंबाराम जी ने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपनी 100 वर्ष पूर्ण कर है। 100 वर्षों का कार्य संघ की साधना है। राष्ट्र को चलाने के लिए दो बातें आवश्यक है आत्म अनुशासन व आत्मीयता जो संघ के स्वयंसेवकों में देखने को मिलती है। उन्होंने बताया कि समाज परिवर्तन सरकार से नहीं व्यक्ति से होता है सत्ता को राष्ट्र विरोधी नहीं होना चाहिए उसके लिए लोकमत परिष्कार जरूरी है। भारत में पैदा होना हमारा सौभाग्य है यह देवभूमि है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ शताब्दी वर्ष में कोई बड़े कार्य न करके छोटे-छोटे समाज जागरण के कार्य करेगा। भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए समाज को निम्न पांच कार्य करने होंगे- सामाजिक समरसता, पर्यावरण-संरक्षण, स्वदेशी का उपयोग व नागरिक शिष्टाचार एवं कुटुंब प्रबोधन।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि हनुमत धाम शकरगढ़ के परम आदर्श 1008 श्री जगदीश पुरी जी महाराज का मार्गदर्शन भी मिला। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भारत को विश्व गुरु बनाने के कार्य में निरंतर लगा है और यह ईश्वरीय कार्य है।
संघ शिक्षा वर्ग के वर्ग कार्यवाह श्रीमान नरेंद्र जी कंसुरिया ने वृत निवेदन करते हुए बताया कि –
